कहा जाता है की आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। यानी कि जब इंसान को किसी चीज की जरूरत हो तो वह कुछ ना कुछ अविष्कार जरूर कर लेता है। ऐसा ही एक आविष्कार किया है उत्तर प्रदेश जिले के मिर्जापुर मवई कला हलिया के रहने वाले नीरज कुमार मौर्या ने। जिन्होंने लॉकडाउन में अपनी मेहनत, कला और लगन के बलबूते पर एक इलेक्ट्रिक बाइक का निर्माण किया है। इस बाइक की खासियत यह है कि यह बाइक 600 से 700 किलो तक वजन आसानी से झेल सकती है और एक बार चार्ज होने पर यह आसानी से 50 से 60 किलोमीटर तक चल सकती है,साथ ही यह बाइक एक बटन दबाते ही आसानी से पीछे की ओर भी चलती है ताकि लोगों को इसे मोड़ने में ज्यादा आसानी हो। मिर्जापुर के रहने वाले नीरज कुमार मौर्य बताते हैं कि उन्हें इस बाइक को बनाने में लगभग 8 महीने का समय लगा है। इस बाइक की कीमत उन्होंने मात्र ₹30,000 रखी है। साथ ही वह अब एक ऐसी बाइक का निर्माण कर रहे हैं जो कि चलने के साथ-साथ चार्ज भी होती रहे।

नीरज कुमार कहते हैं कि अगर उन्हें इस काम में सफलता हासिल होती है तो वह आने वाले भविष्य में भी इसी तरह के नए नए अविष्कार और प्रयोग करते रहेंगे।वह कहते हैं कि वह अब एक ऐसी मशीन बनाने की तैयारी कर रहे जो कि बोरवेल में फंसे किसी भी बच्चे या समान को आसानी से बाहर निकाल सकती है। लेकिन गरीबी और लाचारी के चलते इस समय नीरज कुमार मौर्य के पास साधनों और पैसों की सख्त कमी है जिसके चलते वह अपने इन प्रयोगों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। वह कहते हैं कि इलेक्ट्रिक बाइक बनाने के लिए उन्होंने नवरात्रि के टाइम पर मूर्तियां बेचकर पैसे इकट्ठा किए थे। अगर सरकार और जिला प्रशासन से उन्हें कोई भी मदद मिलती है तो वह ऐसे प्रयोग और नई नई चीजों का आविष्कार जरूर कर सकते हैं।

नीरज कुमार की इस कला और मेहनत के बारे में आपकी क्या राय है हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और अगर आप भी नीरज कुमार मौर्या की इस कला को सपोर्ट करना चाहते हैं तो उनसे जरूर संपर्क करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here