गुरुवार की शाम को उत्तराखंड के लिए जम्मू कश्मीर के राजौरी से एक बुरी खबर लेकर आई, जम्मू कश्मीर के राजौरी के थाना मंडल क्षेत्र में सुबह से चल रहे आतंकवादियों और सेना के बीच मुठभेड़ के दौरान ग्राम सालाना, पौड़ी गढ़वाल के वीर सपूत सूबेदार राम सिंह शहीद हो गए।

सेना और आतंकवादियों के बीच चल रही इस मुठभेड़ में भारतीय सेना ने दो आतंकवादियों को तो मार गिराया लेकिन उनमें से एक आतंकवादी छुपकर घात लगाए हुए था जिसका सेना सर्च ऑपरेशन कर रही थी तभी घात लगाकर बैठे इस आतंकवादी ने बर्स्ट मार दिया और सूबेदार राम सिंह शहीद हो गए।

वह इस वक्त 48 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे सूबेदार राम सिंह पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले थे और उनका परिवार वर्तमान समय में गंगानगर ईशानगर कॉलोनी,मेरठ में रहता है। जहां पर सूबेदार राम सिंह के शहीद होने की खबर सुनते ही पूरे घर में मातम छा गया।

आपको बता दें कि अगले साल फरवरी 2022 में सूबेदार मेजर राम सिंह सेना में अपनी 30 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। लेकिन इस बीच होनी को कुछ और ही मंजूर था और आतंकवादियों से मुठभेड़ में वे वीरगति को प्राप्त हुए हो गए।
शहीद हुए सूबेदार राम सिंह अपने पीछे अपने 5 बच्चों और बीवी को छोड़ गए हैं। उनके 5 बच्चों में 4 बेटियां और एक बेटा है जिनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है और बाकी अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
पिता के शहीद होने की खबर सुनते ही सूबेदार राम सिंह के बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है।

सूबेदार राम सिंह के शहीद होने की खबर सुनते ही सोशल मीडिया पर भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य समेत अन्य कई बड़े नेताओं ने भी उनके शहीद होने पर दुख जताया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

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