कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का असर इस बार पूरी दुनिया पर पड़ा लेकिन अगर किसी सेक्टर को इस महामारी का सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा तो वह है टूरिज्म सेक्टर।

उत्तराखंड के ज्यादातर लोग भी टूरिज्म सेक्टर से अपनी आजीविका चलाते हैं साथ ही वह यहां होने वाली चार धाम यात्रा के ऊपर भी निर्भर रहते हैं लेकिन इस बार कोरोना महामारी की वजह से ना तो टूरिज्म सेक्टर चला और ना ही चार धाम यात्रा अब तक सुचारू रूप से शुरू हो पाई है, हालाँकि राज्य सरकार ने स्थानीय लोगों को कुछ सीमित संख्या में दर्शन करने की अनुमति दी है लेकिन वह इतनी नहीं है कि उससे यहां पर काम करने वाले लोगों की जीविका चल सके।

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चार धाम यात्रा सुचारू न होने के कारण इससे जुड़े हुए कई कारोबारियों को इस साल काफी नुकसान झेलना पड़ा या यूं कह लें कि उनकी आमदनी इस साल ना के बराबर होगी। लेकिन विश्व भर में चारों धामों के प्रति लोगों की आस्था को देखकर अब त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने एक सुचारू कदम उठाया है और उन्होंने भगवान बद्रीनाथ के प्रसाद को ऑनलाइन उपलब्ध कराने का ऐलान किया है ।

जिससे कि अब घर बैठे लोग भगवान बद्रीनाथ धाम के प्रसाद को मंगवा सकते हैं और यह प्रसाद एमेजॉन पर ऑनलाइन उपलब्ध होगा। जिसका नाम पंच बद्री प्रसादम रखा गया है इस प्रसाद को ऑनलाइन मुहैया कराए जाने के पीछे मुख्य मकसद यह है कि इस प्रसाद को बनाने वाले और इससे जुड़े हुए लोगों की जीविका सुचारु रुप से चल सके और इस से जुड़ी हुई महिलाओं की कुछ आमदनी हो सके,ताकि उनका जीवन सुचारु रुप से चले और उन्हें अधिक संघर्ष ना करना पड़े।

इस पंच बद्री प्रसादम में आपको सरस्वती नदी का जल, लक्ष्मी के रूप में सुगन्धित बदरीश तुलसी, हर्बल धूप, बदरी गाय का घी, हिमालयन डेमस्क गुलाब जल उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजना से जहां श्रद्वालुओं को घर बैठे भगवान बदरीनाथ जी का प्रसाद मिल सकेगा वहीं 18 SHG से जुड़ी महिलाओं की आजीविका भी संवरेगी।

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