Home गों गुठियार धर्म आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- चेतावनी

आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- चेतावनी

0

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपका मन उत्साहित रहेगा। परिवार का सहयोग मिलेगा। किसी काम की अभी शुरुआत करने से आपके भावी प्रयासों में लाभ होगा। आज कोई भी कार्य सोच समझकर करने से शत प्रतिशत सफलता मिलेगी व मानसिक संतुष्टि होगी। आप अपनी बुद्धिमत्ता और चतुराई का उपयोग उन परियोजनाओं को संभालने में करेंगे जिनका आपने उत्तरदायित्व उठाया है और वे भी सफल रहेंगी। स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)
आप एक जन्मजात प्रेमी हैं जो अनुभव करता है कि जीवन प्रेम के बिना जीने योग्य नहीं है। और आज आप एक ऐसे व्यक्ति से मिल सकते हैं जो ऐसे ही समान विचार साझा करता हो।आपको कुछ ना कुछ परेशानी है और आप इसके स्पष्टीकरण या कारण की खोज में है। आपकी चिंताओं का हल आपको मिलेगा। आपको जो सही लगें उसके अनुसार ही कार्य करते रहें। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आप किसी भी उत्तरदायित्व को लेने से से पीछा छुड़ा सकते हैं। अभिभावकों को अपने परिवार और बच्चों के साथ अधिक समय बिताने की आवश्यकता है। उनके पास उस प्रेम और देखभाल की कमी है जिसे केवल एक माता पिता ही प्रदान कर सकते हैं। आप कोई निर्भीक निर्णय लेने में अक्षम हो सकते हैं। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपका आज का दिन मिलाजुला रहेगा । माता पिता का आशीर्वाद व भाइयों का सहयोग उन्नति की और अग्रसर करेगा । खिन्न रहना आपको कुछ व्यक्तियों से दूर ले जाएगा। यह हर चीज का विरोध करेगा जो खुशी लाती है। आप अपने परिवार के साथ एक शाम बिताना पसंद करेंगे। आप अपने पति/पत्नी के साथ घर के बने कैंडललाइट रात्रिभोज का आनंद ले सकते/सकती हैं। यह उनके प्रति आपकी प्रतिबद्धता को भी सुनिश्चित करेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आप सामान्य तौर पर चुस्त और प्रबल हैं। परंतु पिछले कुछ दिनों सें आपके व्यस्तता के कारण हो रही थकावट आपको सुस्त कर देगी। पर्याप्त आराम करें जिससे आप ठीक हो जाएंगे। एक बैचेनी अधीरता वाला दिन आज आपकी प्रतीक्षा करता है। यह आपको कोई उचित और सूचित निर्णय करने में भी अक्षम बनाएगा। सामाजिक लाभ निश्चित है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपका दिन सामान्य रहेगा । पिताओं को अपने परिवार और बच्चों के साथ अधिक समय बिताने की आवश्यकता है। उनके पास उस प्रेम और देखभाल की कमी है जिसे केवल एक पिता ही प्रदान कर सकता है। अभी आप एक कठिन मानसिक अवस्था से गुजर रहे हैं। आप उन चीजों का भी विरोध करेंगे जो सुंदर और शांतपूर्ण हैं। ध्यान आपको इस मानसिक अवस्था से बाहर लाने में सहायता कर सकता है। स्वास्थ्य लाभ होगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपकी दृढ़ता और बौद्धिकता आज का दिन बहुत सफल बनाएगी। अवसाद आपको प्रत्येक व्यक्ति से दूर ले जाएगा। यह हर चीज का विरोध करेगा जो खुशी लाती है। आप हर वह लक्ष्य प्राप्त करेंगे जो आपने आज करने के लिए निर्धारित किया है। स्वास्थ्य लाभ होगा। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। पारिवारिक सुख मिलेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
परिवार के सदस्य, विशेष रूप से बच्चे आपके स्नेह और देखभाल के लिए आपकी ओर मुड़ेगें। महिलाएँ उनके समय पर माँग द्वारा बहुत थकान अनुभव करेंगीं। आज आपको कुछ कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। किंतु आप अपनी बौद्धिकता और विश्लेषणात्मक शक्तियों के साथ सभी का समाधान करने में सक्षम होंगे। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
अभी आप एक कठिन मानसिक अवस्था से गुजर रहे हैं। आप उन चीजों का भी विरोध करेंगे जो सुंदर और शांतपूर्ण हैं। ध्यान आपको इस मानसिक अवस्था से बाहर लाने में सहायता कर सकता है।आप अपनी कुशलता और विश्लेषणात्मक शक्तियों के साथ अपना लक्ष्य प्राप्त करेंगे। सामाजिक दायरा और भी बढ़ेगा। मान सम्मान में वृद्धि होगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आपकी दृढ़ता और बौद्धिकता आज का दिन बहुत सफल बनाएगी। आप हर वह लक्ष्य प्राप्त करेंगे जो आपने आज करने के लिए निर्धारित किया है।
माँ को उनके परिवार और कैरियर के बीच संतुलन बनाना होगा। यह उनके बच्चों के प्रति उनके कर्तव्यों को पूरा करने से भी रोक सकता है। उन्हें कुछ समय अपने परिवार के साथ बिताने के लिए निकालना होगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आप एक जन्मजात प्रेमी हैं जो अनुभव करता है कि जीवन प्रेम के बिना जीने योग्य नहीं है। और आज आप एक ऐसे व्यक्ति से मिल सकते हैं जो ऐसे ही समान विचार साझा करता हो।
आपको कुछ ना कुछ परेशानी है और आप इसके स्पष्टीकरण या कारण की खोज में है। आपकी चिंताओं का हल आपको मिलेगा। आपको जो सही लगें उसके अनुसार ही कार्य करते रहें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आप एक असफल परियोजना पर समय बर्बाद कर हारा हुआ महसूस कर सकते हैं। मनोरंजन में सक्रिय रहेंगे। समय एवं ऊर्जा का अपव्यय न करें एवं आपको तरोताज़ा करने वाले किसी परियोजना पर काम करें। ऐसी महिलाएँ जो अधिक ऊर्जा का प्रदर्शन करती हैं और जो उत्साही हैं और जो जोश के साथ कार्य करती हैं उन्हें इन अतिगुणों के लिए नाराज किया जाएगा। कुछ लोग यह भी टिप्पणी कर हो सकते हैं कि वे नाजुक नहीं हो रही हैं। महिलाओं को ऐसी नकारात्मक टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए।

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*

*चेतावनी*

दुनिया का हर आदमी मृत्यु की कतार में खड़ा है, इसलिए हर पल जागृत रहना।

चूँकि जीवन एक यात्रा है जिसकी समाप्ति मौत है।जैसे पंछी पिंजरे को छोड़कर उड़ जाता है ऐसे ही आत्मा का शरीर के पिंजरे को छोड़कर उड़ जाने का नाम मृत्यु है। आत्मा को यह देह रूप पिंजरा छोड़ना पड़े उससे पूर्व इन तीन तथ्यों का चिन्तन बार-बार कर लेना …।

पहला तथ्य यह है, मेरे जीवन में कभी भी रोगों का आक्रमण हो सकता है और मैं इसे टाल नहीं सकता। चाहे कितने ही कुशल डॉक्टर, वैद्य या चिकित्सक मिल जाए… वे भी मुझे बीमारी से नहीं बचा सकते।

दूसरा तथ्य यह है, समय की धारा में बहते हुए मेरी यह सुड़ौल काया जीर्ण- शीर्ण होगी और एक दिन जब बुढ़ापा आयेगा तब आवाज कंपकंपायेगी … कदम लड़खड़ायेंगे… हाथ- पैर थरथरायेंगे और आँखें निस्तेज हो जायेगी जिसे मैं टाल नहीं सकता।

तीसरा चिन्तन यह है, किसी भी पल जीवन से चलाचली होगी और उसे मैं टाल नहीं सकता।

कहा भी है-

न गाती है न गुनगुनाती है,
न चिल्लाती है न रोती है।
मौत जब लेने आ जाती है,
चुपके से लेकर चली जाती है।

मौत आग की भाँति है। जैसे मिट्टी में पड़े हुए सोने को जला डालने की ताकत आग में नहीं है परन्तु वह कचरे को जलाकर राख कर देती है। यही हाल मौत का है… उसमें आत्मा के एक भी आत्म प्रदेश को समाप्त कर डालने की क्षमता नहीं है पर शरीर के एक भी अंग को वह सलामत नहीं रहने देती।

प्रतिदिन का ऐसा चिन्तन अभिमान पर चोट करता है तथा आसक्ति से विरक्त रखकर धर्माचरण की ओर गतिशील रखता है। इस लिए धर्म करने की कोई उमर नही होती जब जागे सवेरा समझो 🙏🏻🙏🏻 इस भाग दौड वाली ज़िन्दगी मे टाईम
तो निकालने से निकल जाता है परन्तु जो लौग धर्म नही करते नास्तिक है वह जरूर कहते है अभी धर्म करने की उम्र
थोडी है व्यापार और गृहस्थी पर ध्यान देवे धर्म करने के लिए उम्र पडी है यह सुन कर हमारा विचलित मन को उसकी बात ठीक महसुस होती है और धर्म से और अरिहंत से जुडना रह जाता है और हम. पैसे, मान सम्मान, ऐश्वर्य, सुख सुविधा को ही भगवान मान लेते है और जीवन के अन्तिम समय तक मोह माया के बन्धन मे जकडे रहते है
जब की यह तो भ्रम जाल है करोडो की सम्पति आँख बन्द
करते ही पराई हो जाती है पैसा तो साथ गया नही परन्तु पैसा कमाने मे जो छल कपट नकली झूठा दगा किया है उस पाप की गठरी तो तुम्हारे साथ जायेगी और कितने भवो तक चुकाते रहने के बाद भी मुक्ति असम्भव है
हे जीव अरिहंत भक्ति मे अभी लग जा आज से लग जा जीवन का अन्तिम दिन का पता नही रोज ही जीवन का अन्तिम दिन समझो और संसार छोड कर जाने से पहले पुण्य की गठरी तो भारी कर लो..!!

*सदैव प्रसन्न रहिये*
*जो प्राप्त है, पर्याप्त है।*

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here