देहरादून। देश के कई राज्यों में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर प्रदेश सरकार भी सतर्क हो गई है। कोविड लक्षण वाले सभी मरीजों की रैपिड टेस्ट और आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी। इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य डाॅ. आर. राजेश कुमार ने स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ कोविड प्रबंधन की समीक्षा बैठक कर दिशा-निर्देश दिए।

सोमवार को सचिवालय में हुई बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी कोविड जांच केंद्रों में रैपिड व आरटीपीसीआर किट उपलब्ध कराई जाए। किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में पूरी तैयारी रखी जाए। बैठक में महानिदेशक चिकित्सा डॉ. सुनीता टम्टा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, सहायक निदेशक डॉ. पंकज सिंह, सीएमओ देहरादून डॉ. मनोज शर्मा, दून मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. आरएस बिष्ट मौजूद रहे।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में कोविड नियंत्रण में है। प्रदेश सरकार हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने प्रदेश के सभी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्र व राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड के उपचार व रोकथाम के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जांच में तेजी लाने के साथ निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाए। कोविड मरीजों के उपचार के लिए आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सिलिंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बाइपैप मशीन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के साथ आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो।

अस्पतालों में इलाज के लिए आ रहे इन्फ्लुएंजा लक्षण मरीजों की विशेष निगरानी की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों व लैब कोविड जांच की रिपोर्ट इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉर्मेशन पोर्टल अवश्य अपलोड करें।

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