pushkar singh dhami

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    1. परिचय और पृष्ठभूमि

    पुष्कर सिंह धामी (जन्‍मः 16 सितम्बर 1975) उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं, जो खटीमा विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए और 2012 में पहली बार राजनीति में अपना प्रवेश किया jagran.com+7jagran.com+7jagran.com+7। अपने पिता, जो भारतीय सेना में सूबेदार के रूप में सेवाकाल में रहे, के अनुशासन से प्रेरित होकर धामी की शिक्षा और चरित्र दोनों मजबूत बने।

    गांव टुंडी (पिथौरागढ़) में अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद उनका परिवार खटीमा चला गया, जहाँ से उन्होंने 12वीं की पढ़ाई पूरी की ndtv.in+3jagran.com+3tv9hindi.com+3। आगे उच्च शिक्षा के लिए उत्थान में लखनऊ विश्वविद्यालय गए जहाँ उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन एवं औद्योगिक संबंधों में स्नातकोत्तर किया और एलएल.बी की डिग्री प्राप्त की livehindustan.com+2ndtv.in+2jagran.com+2

    2. छात्र राजनीति से आरएसएस‑ABVP तक

    1990 के दशक में आरएसएस‑छात्र संघ ABVP से राजनीतिक सक्रियता शुरू हुई, जहाँ वे जिला, राज्य, एवं राष्ट्रीय स्तर पर काम करते रहे indiatoday.in+12hillslive.in+12ndtv.in+12। वर्ष 2002‑08 तक वे उत्तराखंड भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे, और उन्होंने स्थानीय युवाओं के लिए उद्योगों में 70% आरक्षण की मांग को लेकर विद्रोह का नेतृत्व किया aajtak.in+7hillslive.in+7shubhamsirohi.com+7

    इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के अधीन OSD (विशेष कार्याधिकारी) नियुक्ति ने उन्हें राजनीतिक गलियारे में स्थिर जगह दिलाई livehindustan.com+3jagran.com+3aajtak.in+3

    3. विधायक बनना और विधानसभा में उपस्थिति

    2012 में धामी खटीमा से भाजपा उम्मीदवार बने और कांग्रेस उम्मीदवार देवेन्द्र चन्द को 5,394 मतों से हराया reddit.com+10jagran.com+10aajtak.in+10
    वो 2017 में पुनः खटीमा से जीतकर दोबारा विधायक बने, और 2022 चुनाओं में हार का सामना किया तब भी उनका राजनीतिक प्रभाव बना रहा

    4. मुख्यमंत्री पद—पहली बार (जुलाई 2021)

    तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद 3 जुलाई 2021 को धामी उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री बने—इस पद पर बैठे सबसे कम उम्र (45 वर्ष) के मुख्यमंत्री aajtak.in+2shubhamsirohi.com+2aajtak.in+2
    4 जुलाई 2021 को शपथ ग्रहण हुआ । राज्य में सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में यह महत्वपूर्ण पल था


    🧭 अगला ढांचा (बाकी लेख के ~2000 शब्दों के लिए)

    5. दोबारा सरकार—2022 के चुनाव और चुनौतियाँ

    • भाजपा को मिली बहुमत (47/70 सीटें) jagran.com, लेकिन धामी खुद हार गए—मुख्यमंत्री बनने में पार्टी ने उन पर भरोसा किया।

    • हार के बावजूद पुनः सीएम चुनना: यह प्रक्रिया, चर्चा, और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ।

    6. प्रमुख नीतियाँ और फैसले

    • यूनिफॉर्म सिविल कोड—उत्तराखंड पहला राज्य जिसने UCC विधेयक पास किया। धामी ने इसे ऐतिहासिक बताया tv9hindi.com+8jagran.com+8aajtak.in+8livehindustan.comreddit.com+1livehindustan.com+1

    • Char Dham यात्रा में VIP दर्शन पर प्रतिबंध—पहले महीने में लागू, चर्चा छिड़ी reddit.com+1reddit.com+1

    • राष्ट्रीय खेल आयोजन: 2025 राष्ट्रीय खेलों (38वें) का उद्घाटन—उन्होंने राजकीय स्तर पर भूमिका निभाई en.wikipedia.org

    7. संकट‑प्रबंधन और आपात परिस्थितियाँ

    • 2022 बस दुर्घटना (ढुमाकोट) में तत्काल प्रतिक्रिया, मुआवजे की घोषणा en.wikipedia.org

    • पर्यावरण‑निवेश विवाद—जैसे मसूरी–देहरादून में धामी सरकार पर आरोप (reddit)

    • गंगा सभा विवाद में मुस्लिम विधायकों को आमंत्रण को लेकर आलोचना

    • सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजाजी टाइगर रिज़र्व के निदेशक नियुक्ति को लेकर फटकार

    8. प्रशंसाएँ—टीम बनाना और सांस्कृतिक मान्यता

    • Uttarakhand Gaurav Samman की स्थापना—विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया गया en.wikipedia.org

    • विकास एवं युवा सशक्तिकरण पर कार्य, ‘दबल इंजिन सरकार’ की छवि, प्रधानमंत्री-मंत्री अमित शाह द्वारा सराहना

    9. आलोचना और विरोध

    • पर्यावरणीय अव्यवस्था और जंगलों का अतिक्रमण

    • नेतृत्‍व में ‘पपेट सीएम’ टिप्पणी, स्थानीय दबदबा न होने की आलोचना

    • राजकीय दस्तों या सामाजिक नीति में भेदभाव पर आरोप

    10. राज्य आर्थिक और निवेश पहल

    • UK‑2024 G20 सम्मेलन, यूके दौरे में 20,000 करोड़ निवेश प्रस्ताव en.wikipedia.org+15reddit.com+15aajtak.in+15

    • विभिन्न विभागों में 8,275 करोड़ परियोजनाओं का प्रारंभ reddit.com

    11. भविष्य की राह और संभावनाएँ

    • 2025 National Games आयोजन और राज्य का खेल पर्यटन।

    • अंतर्राष्ट्रीय निवेश, पर्यटन, डिजिटल शिक्षा, स्वास्थ्य प्रोत्साहन में भूमिका।

    • पर्यावरण‑स्थिरता और स्थानीय मुद्दे—भूमि संरक्षण, ब्लू-ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर।

    12. निष्कर्ष

    धामी की छवि—आरएसएस‑ABVP‑युवा मोर्चा से जुड़े, स्थानीय वादों के साथ युवा नेतृत्व एवं भाजपा‑केन्द्रीय गठबंधन के रूप में मजबूत। उपलब्धियां भी हैं, लेकिन समीक्षात्मक दृष्टि से देखें तो पर्यावरण, लोकतांत्रिक निर्णय‑प्रक्रिया एवं नेतृत्व‑गहराई में चुनौतियाँ अभी भी बनी हैं।

    ✅ मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी की बड़ी उपलब्धियाँ

    1. यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करना

    • उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना जहाँ UCC को विधानमंडल में पास किया गया।

    • यह ऐतिहासिक निर्णय था, जिसका वादा उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले किया था।

    • इसके तहत विवाह, तलाक, उत्तराधिकार और संपत्ति बंटवारे जैसे मामलों के लिए सभी धर्मों के नागरिकों के लिए एक समान कानून लागू किया गया।


    2. चारधाम यात्रा में VIP दर्शन पर प्रतिबंध

    • चारधाम यात्रा के दौरान वीआईपी व्यवस्था को खत्म कर आम श्रद्धालुओं को प्राथमिकता दी गई।

    • यह कदम आम लोगों में लोकप्रिय हुआ, क्योंकि इससे “वीआईपी संस्कृति” को खत्म करने का संदेश गया।


    3. सख्त कानून और महिला सुरक्षा

    • महिला अपराधों पर सख्त कार्रवाई और नए नियम बनाए गए।

    • “नकल विरोधी कानून” पास किया गया जो उत्तराखंड की प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए बहुत अहम है।


    4. उत्तराखंड गौरव सम्मान की शुरुआत

    • राज्य के गौरव बढ़ाने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए यह योजना शुरू की गई।

    • साहित्य, कला, विज्ञान, समाजसेवा और खेलों में योगदान देने वालों को पहचान मिली।


    5. राष्ट्रीय खेल 2025 की मेज़बानी

    • उत्तराखंड को पहली बार National Games 2025 की मेज़बानी मिली, जो राज्य के लिए खेल, पर्यटन और बुनियादी ढांचे की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि है।


    6. रोज़गार और निवेश सम्मेलन

    • “वाइब्रेंट उत्तराखंड” कार्यक्रम के तहत 20,000 करोड़ से अधिक निवेश प्रस्ताव लाए गए।

    • इससे राज्य में उद्योग, पर्यटन और आईटी सेक्टर को बढ़ावा मिला।


    7. आपदा प्रबंधन और त्वरित प्रतिक्रिया

    • जोशीमठ भू-धंसाव जैसी आपदाओं में सरकार ने राहत एवं पुनर्वास को प्राथमिकता दी।

    • मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद कर राहत पैकेज दिए।


    8. सख्त भूमि कानून (“भूमि कानून संशोधन”)

    • राज्य के भू-स्वामित्व कानूनों को सख्त कर बाहरी अतिक्रमण को रोकने की पहल की।

    • इससे पहाड़ी क्षेत्रों की भूमि पर स्थानीयों का हक मजबूत हुआ।


    9. डिजिटल शिक्षा और ई-गवर्नेंस

    • स्कूलों और कॉलेजों में डिजिटल सुविधा बढ़ाई गई।

    • सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन और पारदर्शी बनाने के लिए कई पोर्टल शुरू किए गए।


    10. तीर्थाटन और धार्मिक पर्यटन का विकास

    • केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, मानस खंड कॉरिडोर जैसे धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और विकास कार्य तेज़ी से हुए।


    🔚 निष्कर्ष:

    पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद जो कार्य किए हैं, उनमें UCC, VIP संस्कृति का विरोध, रोजगार नीति, और धार्मिक पर्यटन विकास को राज्य के भविष्य की दिशा तय करने वाला माना जा रहा है। हालांकि, पर्यावरण, विस्थापन और शिक्षा-स्वास्थ्य में सुधार की चुनौतियाँ अब भी बनी हुई हैं।

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