श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड में श्रीनगर के कीर्तिनगर में सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया। कीर्तिनगर-बढ़ियारगढ़ मोटरमार्ग पर कार दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में गिर गई। इस दौरान चाल लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, देर शाम बढ़ियारगढ़ मालगढी मल्ला से मालगढ़ी तल्ला की ओर आ रही एक कार अनियंत्रित होकर 40 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। कार में चालक समेत कुल चार लोग सवार थे। सूचना प्राप्त होते ही मौके पर पहुंचे तहसील प्रशासन व एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर दुर्घनाग्रस्त लोगों को बेस चिकित्सालय श्रीकोट पहुंचाया। जहां डाक्टरों की टीम ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
इस दुर्घटना में दर्शन सिंह(68) पुत्र हरि सिंह, धर्म सिंह असवाल(65) पुत्र पीतांबर असवाल, करण सिंह पंवार(65) पुत्र राम सिंह, राजेंद्र सिंह(65) पुत्र जीत सिंह सभी निवासी ग्राम दिगोली मालगढी पट्टी बड़ियारगढ़ तहसील कीर्तिनगर की जान चली गई। तहसीलदार कीर्तिनगर प्रदीप कंडारी ने बताया कि दुर्घटना गांव के ही पास हुई है। घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
देहरादून। देश के कई राज्यों में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर प्रदेश सरकार भी सतर्क हो गई है। कोविड लक्षण वाले सभी मरीजों की रैपिड टेस्ट और आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी। इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य डाॅ. आर. राजेश कुमार ने स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ कोविड प्रबंधन की समीक्षा बैठक कर दिशा-निर्देश दिए।
सोमवार को सचिवालय में हुई बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी कोविड जांच केंद्रों में रैपिड व आरटीपीसीआर किट उपलब्ध कराई जाए। किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में पूरी तैयारी रखी जाए। बैठक में महानिदेशक चिकित्सा डॉ. सुनीता टम्टा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, सहायक निदेशक डॉ. पंकज सिंह, सीएमओ देहरादून डॉ. मनोज शर्मा, दून मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. आरएस बिष्ट मौजूद रहे।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में कोविड नियंत्रण में है। प्रदेश सरकार हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने प्रदेश के सभी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्र व राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड के उपचार व रोकथाम के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जांच में तेजी लाने के साथ निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाए। कोविड मरीजों के उपचार के लिए आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सिलिंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बाइपैप मशीन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के साथ आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो।
अस्पतालों में इलाज के लिए आ रहे इन्फ्लुएंजा लक्षण मरीजों की विशेष निगरानी की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों व लैब कोविड जांच की रिपोर्ट इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉर्मेशन पोर्टल अवश्य अपलोड करें।