देहरादून| विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देहरादून स्थित संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पत्रकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान संगठन के सचिव श्री सुशील त्यागी ने पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए एक प्रेरणादायक संदेश भी साझा किया।
अपने संदेश में श्री त्यागी ने प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि पत्रकारिता केवल खबरों का संप्रेषण नहीं, बल्कि समाज की चेतना का स्वर है। उन्होंने कहा, “पत्रकारिता न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की संवाहक है, बल्कि यह समाज के हाशिए पर खड़े व्यक्ति की आवाज को सत्ता के गलियारों तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम भी है।”
उन्होंने विशेष रूप से उन पत्रकारों की सराहना की जो भ्रष्टाचार, अन्याय, और सामाजिक विसंगतियों के खिलाफ निर्भीकता से कलम उठाते हैं। उनके अनुसार, पत्रकारों की लेखनी संविधान की मूल भावना—न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व—की रक्षा में एक प्रहरी की भूमिका निभा रही है।
संदेश में यह भी उल्लेख किया गया कि पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना, और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर निगरानी जैसे विषयों में पत्रकारिता की भूमिका सराहनीय रही है। श्री त्यागी ने संपादकों और मीडिया कार्यालय में कार्यरत समस्त सहयोगियों को भी इस पुनीत कार्य में भागीदार मानते हुए उन्हें बधाई दी।
कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ पत्रकारों और युवा मीडियाकर्मियों ने इस सम्मान को पत्रकारिता के प्रति समाज के विश्वास और समर्थन का प्रतीक बताया। संयुक्त नागरिक संगठन ने विश्वास व्यक्त किया कि पत्रकार समुदाय भविष्य में भी निष्पक्ष, निर्भीक और जनहितकारी पत्रकारिता के माध्यम से लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। क्या आप चाहेंगे कि इस खबर को किसी स्थानीय अखबार के लिए विशेष रिपोर्ट के रूप में तैयार किया जाए?