गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने 59 प्रत्याशियों की लिस्ट घोषित कर दी। घनसाली से समाजसेवी व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता दर्शनलाल आर्य को उम्मीद थी कि इस बार भाजपा उनके कामों और उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उनके नाम पर जरूर मुहर लगाएगी, लेकिन हुआ बिल्कुल इसके विपरीत।

भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर मौजूदा विधायक शक्ति लाल शाह को प्रत्याशी घोषित कर सबको चौंका दिया। ऐसे में घनसाली विधानसभा से प्रबल दावेदारी कर रहे बाकी दोनों उम्मीदवारों के सपनों पर पानी फिर गया। वहीं टिकट फाइनल होने के बाद एक और जहां मौजूदा विधायक शक्तिलाल शाह के समर्थक व कार्यकर्ता काफी जोश और जश्न में नजर आए। वहीं समाजसेवी दर्शन लाल आर्य ने अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं से राय मशवरा कर अब निर्दलीय के रूप चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है।

उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि वह घनसाली की जनता के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे और उन्होंने इसके अनुरूप काम भी किया है। चाहे वह कोरोना काल के समय हो या अन्य किसी भी मुश्किल घड़ी में, वह हर पल-हर वक्त क्षेत्रवासियों के साथ मौजूद रहे है और लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं। इसी परिस्थिति को भाँपते हुए वह अब निर्दलीय के तौर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने घनसाली के विकास के लिए जो सपने देखे हैं वह उन्हें किसी भी कीमत पर पूरे करने हैं। उन्होंने घनसाली की जनता के लिए काम किया है काम कर रहे हैं और भविष्य में भी काम करते रहेंगे। बस उन्हें थोड़ा सा निराशा यह हुई कि जो उम्मीद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से इस बार टिकट के रूप में लगाई थी वह उनकी उम्मीद पूरी नहीं हो पाई।

लेकिन निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतरने के बाद उनका साफ तौर पर कहना है कि घनसाली की जनता उन पर भरोसा करती है और उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार घनसाली की जनता किसी नए चेहरे पर भरोसा करेगी और हम पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ घनसाली का विकास करेंगे और घनसाली की जनता के लिए समर्पित रहेंगे।

कोरोना के समय की हजारों लोगों की मदद

एक और जहां कोरोना कॉल के समय देश में त्राहिमाम त्राहिमाम हो रहा था। वहीं घनसाली विधानसभा में समाजसेवी दर्शन लाल आर्य अपनी पूरी निष्ठा और सेवा भाव से घनसाली के गांव-गांव में राशन व आर्थिक सहायता पहुंचा रहे थे। उन्होंने कोरोना काल के समय घनसाली के हर गांव तक राशन पहुंचाया और रात दिन अपने कार्यकर्ताओं के साथ इस मुहिम में लगे रहे कि इस मुसीबत की घड़ी में कोई भी गरीब परिवार ना छूटे। यही वह समय था जब क्षेत्र में दर्शन लाल आर्य ने जनता के बीच अपनी पकड़ बनाई और लोकप्रिय होते गए। लोगों को उम्मीद थी कि इस बार भारतीय जनता पार्टी किसी नए चेहरे को मौका देगी और दर्शन लाल आर्य उनके बीच में टिकट लेकर भाजपा की ओर से अपने विधायक की दावेदारी करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भाजपा ने मौजूदा विधायक शक्तिलाल शाह पर वापस दाँव खेला।

मुश्किल होगी रहा

एक और जहां भारतीय जनता पार्टी ने घनसाली विधानसभा से मौजूदा विधायक शक्ति लाल साहब को आने वाले चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस भी इस सीट के लिए काफी विचार विमर्श कर रही है और अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई भी चेहरा तय नहीं किया गया है।

वहीं अगर क्षेत्र में प्रचार प्रसार की बात करें तो सभी दावेदार जोर सोरों से लोगों के बीच प्रचार प्रसार करने में लगे हुए हैं। जहां दर्शन लाल आर्य ने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहीं भीमलाल आर्य भी अभी तक एक निर्दलीय चेहरे के रूप में जनता के बीच अपना प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि कांग्रेस इस बार घनसाली से पूर्व ब्लाक प्रमुख रहे धनीलाल शाह को अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है। क्षेत्रीय दल की बात करें तो उत्तराखंड क्रांति दल ने घनसाली से कमल दास के नाम पर मुहर लगा दी है। वहीं आम आदमी पार्टी ने घनसाली क्षेत्र से विजय शाह को चुनावी मैदान में उतारा है। अब देखना होगा कि घनसाली के लिए यह आरक्षित सीट इस बार क्या कुछ गुल खिलाती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here